Friday, May 21, 2021

#ईद का #ख़ुत्बा #हिदायत वाला

 #ईद का #ख़ुत्बा #हिदायत वाला

मैंने #eidulfitr21 की नमाज़ कोविड19 के #लोगडाऊन की वजह से इमाम बनकर अपने आँगन में अदा की। मेरे पीछे मेरी फ़ैमिली ने नमाज़ बतौर शुक्र अदा की। #अल्हम्दुलिल्लाह!


नमाज़ के बाद मैंने ख़ुत्बा दिया। जिसे मैं आपके फ़ायदे के लिए यहाँ दर्ज कर रहा हूँ। मैंने अपने बच्चों को बताया:

#अल्लाह ने #क़ुरआन #मजीद #रमज़ान के महीने में नाज़िल किया। इसलिए अल्लाह ने रमज़ान को सब महीनों का सरदार ठहराया।

अल्लाह ने क़ुरआन मजीद रमज़ान की एक ख़ास रात में, #शबे_क़द्र में नाज़िल किया।

इसलिए अल्लाह ने #ShabeQadr को हज़ार महीनों से ज़्यादा बेहतर ठहराया।

उर्दू की तरह अरबी में भी बहुत ज़्यादा की तादाद बतानी हो तो हज़ार का लफ़्ज़ बोलते हैं। #शबेक़द्र के हज़ार महीनों की रातों से बेहतर होने का मतलब है कि

#शब_ए_क़द्र बहुत ज़्यादा रातों से अफ़ज़ल और श्रेष्ठ है।

रमज़ान के महीने और #लैलतुल_क़द्र को बड़ाई मिलने की वजह क़ुरआन मजीद है।

अल्लाह ने लोगों को रमज़ान के महीने और लैलतुल_क़द्र की इस बड़ाई की तरफ़ इसलिए ध्यान दिलाया है ताकि लोग क़ुरआन मजीद #HolyQuran की बड़ाई और इम्पोर्टेंस पर ध्यान दें।

रमज़ान का महीना और लैलतुल_क़द्र गुज़र जाते हैं लेकिन #रब का शुक्र है कि क़ुरआन मजीद हमारे पास ही रहता है ताकि हम उसे पढ़ें, समझें और अपने जीवन का मक़सद हासिल करें।

वह लम्हा हमारे जीवन का सबसे बेहतर लम्हा होता है,

जब हम अपने #जीवन_का_मक़सद हासिल करते हैं।

हमारे जीवन का मक़सद क्या है?

हमारे जीवन का स्वाभाविक मक़सद सिर्फ़ यही है कि हमारा भला हो जाए।

हम अपने बच्चों के लिए दिन रात सिर्फ़ इसीलिए काम करते हैं कि हमारे बच्चों का भला हो जाए। हम अपने समाज और अपने देश का भला चाहते हैं।

क़ुरआन मजीद हमें वह सीधा रास्ता दिखाता है जिससे हमारा, हमारे परिवार का, हमारे समाज का और हमारे देश का भला होता है।

पूरे साल हमें भलाई के इसी सीधे रास्ते की डीटेल जानने के लिए बार बार #पवित्र_क़ुरआन पढ़ना ज़रूरी है। यह क़ुरआन हमारी #आत्मा में होना ज़रूरी है ताकि जब क़ुरआन हमारे हाथ में न हो और हम इसे अपनी आँखों से न पढ़ सकें, तब भी हम इसे अपनी आत्मा में पढ़ सकें और इसकी #आयतों पर विचार कर सकें।

जानवर और आदमी में फ़र्क़ करने वाली चीज़ विचार शक्ति और ज्ञान है। ज्ञान इंसान को पशुओं से श्रेष्ठ बनाता है।

सो #परमेश्वर का #ज्ञान पढ़ो, विचार करो, भलाई के सीधे रास्ते पर चलो। इस तरीक़े से तुम श्रेष्ठ मनुष्य बन जाओगे। सदा से श्रेष्ठ मनुष्यों की यही रीति चली आई है।

क़ुरआन आपको यह शक्ति देता है कि आप जिस लम्हे को चाहें, बेहतर और बड़ाई वाला लम्हा बना दें। आप जिस लम्हे को बेहतर और बड़ाई वाला लम्हा बनाना चाहें, आप उसमें क़ुरआन पढ़ें।

#अल्लाहपैथी #allahpathy #मिशनमौजले 

#अगरअबभीनाजागेतो ?

आप अपने कमेंट में बताएं कि आपको यह ख़ुत्बा कैसा लगा?

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