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Monday, October 9, 2017

seb ka sirka banayen, सिरका बनाएं, माल कमाएं How to Make apple cyder vinegar?

सिरका बनाएं, माल कमाएं
सिरका खाना सुन्नत है। सहाबा और सहाबियात सिरका बनाना जानते थे। वे सिरका बनाते और बेचते थे। आज भी सिरका बनाकर बेचा जा रहा है। आज हम इसके व्यापार से आर्थिक लाभ के बारे में बात करेंगे।

दावत और समाज सेवा के मुबारक काम में हर उम्र और हर इन्कम के लोग लगे हुए हैं। यह शाँति के लिए शाँति के साथ किया जाना वाला काम है। इस काम में रूपया लगता है लेकिन सीधे तौर पर इस काम से कोई इन्कम नहीं होती। इस काम में औरतें और स्टूडेन्ट्स भी लगे हुए हैं। इन्हें अपने लिए और दावती किताबें बांटने के लिए काफ़ी रूपये की ज़रूरत होती है। स्टूडेन्ट्स की अपनी ज़रूरतें भी होती है, जिनके लिए उन्हें उस रूपये से ज़्यादा रूपया दरकार होता है जो कि पेरेन्ट्स उन्हें देते हैं। ये लोग कहीं जाॅब नहीं कर सकते क्योंकि इस से एजुकेशन पर बुरा असर पड़ेगा। कई लड़कियां और औरतें पर्दे और घरेलू कामों की वजह से बाहर की नौकरी नहीं करतीं। वे बच्चों की ज़िम्मेदारी की वजह से भी कोई ऐसा काम नहीं कर सकतीं, जिसमें उनका बहुत ज़्यादा टाईम खप जाए।
इन सब हालात में हम आपके लिए रूपया कमाने का एक ऐसा तरीक़ा लाए हैं, जिसमें आप पानी से पैसा कमा सकते है। इस काम में आपका ज़्यादा वक़्त नहीं लगेगा और नफ़ा काफ़ी होगा।

एक साल में बनें लखपति
आप पानी को सिरके में बदल कर, उस सिरके को देसी दवाख़ानों को बेचकर काफ़ी पैसा कमा सकते हैं। खजूर का सिरका, गन्ने का सिरका, जामुन का सिरका और सेब का सिरका जैसे बहुत तरह के सिरकों की बाज़ार में भारी मांग है। हम आपको यहां सेब का सिरका बनाने की जानकारी दे रहे हैं। आप इसे पैक करके बाज़ार में भी बेच सकते हैं। बाज़ार में सेब का ऑर्गेनिक सिरका 1250 रूपये लीटर बिक रहा है। आप इसे होलसेल में कम रूपये में बेच सकते हैं। होलसेल में आप 50 प्रतिशत कमीशन पर भी देते हैं तो भी आपका सिरका 625 रूपये प्रति लीटर बिकेगा। एक महीने में 1000 लीटर बिक्री के बाद आपको 6,25,000 मिलेंगे। जिनमें से ख़र्च निकाल कर आपको 6 लाख रूपये बच जाएंगे। एक साल में यह आमदनी 72 लाख रूपये हो जाएगी। अगर आप पहले साल में यह टारगेट पूरा न कर सके तो आप दो या तीन साल में यह टारगेट पूरा कर लेंगे। अगर आपको कोई अच्छा होलसेलर मिल गया तो आप इस टारगेट को 6 माह में भी पूरा कर सकते हैं।
यह सब एक दिन में और एक दम नहीं हो जाएगा। इसमें थोड़ा टाईम लगेगा। आपको ग्राहक तलाश करने में वक़्त लगेगा। ...लेकिन यह होगा ज़रूर, इन् शा अल्लाह! 

रजिस्ट्रेशन और इजाज़त का तरीक़ा
इसके लिए आपको खाद्य विभाग से FPO यानि Food Processing Order लेना होगा। इसके लिए आप अपने क़स्बे या शहर के किसी टैक्स वकील से मिलें। वह आपको पूरा तरीक़ा बता देगा। आप अपने मिलने वालों को थोड़ा बहुत सिरका बिना के भी बेच सकते हैं। उससे मिलने वाली रक़म से आप बाद में भी ले लें। आपके सब काम आसानी से हो जाएंगे। इसके बारे में आप यूट्यूब से भी जानकारी ले सकते हैं। बाक़ी जानकारी आप सम्बन्धित विभागों से ले लें। 
इसके बाद आप अपनी फ़ूड कम्पनी के नाम से ख़ूबसूरत पैकिंग में सिरका पैक करके बेच सकते हैं। पैकिंग के लिए बोतलें आपको पालिका बाज़ार दिल्ली से बहुत सस्ती मिल जाएंगी। इसके अलावा आप अचार, चटनी और मुरब्बे बग़ैरह भी बना सकते हैं। एक सरकारी विभाग सिरके, मुरब्बे, अचार, चटनी और जैम वग़ैरह बनाने की ट्रेनिंग और सर्टिफ़िकेट भी देता है। जिसकी जानकारी आपको ज़िला उद्योग केन्द्र से मिल जाएगी।

इम्पोर्ट एक्सपोर्ट का लाइसेन्स
टैक्स के वकील की मदद से आप इम्पोर्ट एक्सपोर्ट का लाइसेन्स बनवा लें। यह बहुत कम फ़ीस में बन जाता है। इसके बाद आप अपने माल को विदेश में भी बेच सकते हैं। विदेश के आॅर्डर को आप आॅनलाईन पा सकते हैं।

सेब सस्ता लेने का तरीका
आजकल सितम्बर अक्तूबर में सेब सस्ता हो जाता है। छोटे साईज का सेब 5 रूपये से लेकर 10 रूपये किलो तक मिल रहा है। कुछ सेब में हल्की सी चोट लगने की वजह से उनकी क्वालिटी गिर जाती है। आप उन चोट लगे हिस्सों को काटकर सेब को साफ़ कर लें। सिरका डालने के लिए बड़ा साईज़ या उसका लाल रंग काम नहीं आता। आप छोटे साईज़ के या हरे रंग के सेब ले लें। ये आपको सस्ते पड़ेंगे। ज़्यादा सेब लें तो फलों की आढ़त में जाकर लें। आपको और ज़्यादा बचत होगी।

वेस्टेज को रूपयों में बदलने का तरीक़ा
अपनी घरेलू ज़रूरत के लिए असली आॅर्गेनिक सिरका आप मुफ़्त में तैयार कर सकते हैं। आम तौर से घरों में सेब आते हैं तो उनके बीज के साथ कुछ गूदा और उनकी डंडी व छिलके फेंक दिए जाते हैं। आप इन्हें फेंकने के बजाय किसी जार में डालकर पानी भर दें और फिर उसे सूती कपड़े से कसकर बाँध दें। एक माह में आपकी वेस्टेज से आपके लिए 2500 रूपये क़ीमत का 2 लीटर सिरका तैयार हो जाएगा।

बनाने का तरीक़ा

एक चौड़े मुंह वाला बर्तन लें। इसमें सेब के छोटे-छोटे टुकड़े काटकर डाल दें। अब मिटटी के मटके या जार के मुंह तक पानी भर दें। अब इसे खुला छोड़ दे। कुछ समय बाद सेब के टुकड़े लाल होने शुरू हो जाएंगे। अब इसे आप कुछ दिन के लिए ऐसे ही छोड़ दें। किसी साफ़ लकड़ी से या लकड़ी के चम्मच से सेब के टुकड़ों को रोज़ाना नीचे की तरफ़ धकेलें। बस यही थोड़ी सी केयर करनी है। एक हफ़्ते बाद जार के ऊपर सूती कपड़ा बांधकर अंधेरे स्थान पर रख दें। कुछ-कुछ दिन पर इसकी देखभाल करते रहे। करीब एक महीने बाद आप सूती कपड़े की मदद से इस मिश्रण को एक अलग बर्तन में छान लें। सेब के गले हुए टुकड़ों को हाथ न लगाएं। उन्हें छानकर अलग कर लें। नया सिरका बनाएं तो उसमें इन्हें डाल दें। इससे सिरका जल्दी बनेगा। बाकी बचा हुआ मिश्रण सेब का सिरका होगा।
सेब का सिरका बनाने का तरीक़ा यूट्यूब की कई वीडियोज़ में बताया गया है। आप वहां देख लें। कई वीडियोज़ देखने से आपको सिरका बनाने के सभी पहलुओं की जानकारी हो जाएगी-

अपने प्रोडक्ट को बेचने का तरीक़ा
आप शुरू में 5-10 लीटर पानी को मिट्टी के मटके में डालकर सेब का सिरका बनाएं। इससे आपको काॅन्फ़िडेन्स आ जाएगा कि मैं सिरका बना सकता हूं। यह बहुत आसान काम है। सब कुछ नेचर अपने आप करती है।
इसके बाद आप ज़्यादा सिरका बनाएं। फिर आप इसके लिए ग्राहक तलाश करें। इसके लिए आप सेब के सिरके के फ़ायदों के कुछ पर्चे छापकर अपने वार्ड में और अपने दोस्तों में बांट दें कि कि यह हाज़्मे को दुरूस्त रखता है, दिल की बीमारियों को दूर करता है, बी.पी और कोलेस्ट्रोल को बेलेन्स करता है और बालों को झड़ने से रोकता है, डायबिटीज़ के पेशेन्ट्स को फ़ायदा देता है और यह मोटापा कम करता है। सेब के सिरके के के फ़ायदों को जितना ज़्यादा बताएंगे, उतनी ज़्यादा आपकी सेल बढ़ेगी। इसलिए ज़्यादा से ज़्यादा प्रचार करें। आप कुछ फ़ायदे इस लिंक पर देख सकते हैं-
उस पर लिख दें कि सेब का असली सिरका बाज़ार से सस्ते दाम पर इस पते पर मिलता है और मोबाईल नम्बर यह है। अपने व्हाट्सएप्प ग्रुप में भी इस मैसेज को बार बार रिपीट करें। आपके पास थोड़ी थोड़ी डिमांड आने लगेगी। आपको ज़्यादा डिमांड चाहिए तो आप इस मैसेज को ख़ूबसूरत इमेज पर लिखें और फ़ेसबुक ग्रुप्स में डालें। आपके पास इतनी ज़्यादा डिमांड आ जाएगी कि आप उसे पूरा नहीं कर पाएंगे। आप आॅनलाईन होलसेल बाज़ार की वेबसाईट्स के ज़रिये भी ग्राहक तलाश कर सकते हैं। अगर आप हर महीने हज़ार-डेढ़ हज़ार लीटर सिरका बेच लेते हैं तो आप एक साल में 72 लाख रूपये से ज़्यादा कमा सकते हैं।

आप रजिस्ट्रेशन के बाद अपने फ़ूड प्रोडक्ट्स को खादी ग्रामोद्योग संस्थान के काउन्टरों पर भी बेच सकते हैं।आप रजिस्ट्रेशन के बाद अपने फ़ूड प्रोडक्ट्स को खादी ग्रामोद्योग संस्थान के काउन्टरों पर भी बेच सकते हैं। आप अमेज़न और दूसरी वेबसाईट्स के ज़रिये भी अपने प्रोडक्ट्स बेच सकते हैं। आॅनलाईन माल सेल करने के लिए भी आप यूट्यूब पर वीडियोज़ देख सकते हैं।

स्टूडेन्ट्स के लिए यह बहुत फ़ायदेमन्द व्यापार है
जिन स्टूडेन्ट्स के माँ बाप की आमदनी कम है और वे हायर एजुकेशन का सपना दिल में पाले हुए हैं। वे इस तिजारत से बहुत ज़्यादा फ़ायदा उठा सकते हैं।

बूढ़ों, बेवाओं और यतीम बच्चों को सिरका बनाना और बेचना सिखाएं
इससे वे फ़ायनेन्शियली मज़्बूत होंगे। उन्हें अपनी ज़रूरतों के लिए किसी दूसरे पर निर्भर नहीं रहना होगा। वे अपनी आबरू और अपने आत्म सम्मान की रक्षा कर पाएंगे। बूढ़े लोग भी टीन एजर्स को अपने साथ लगाकर अपने माल को बेच सकते हैं। टीन एजर्स में बहुत जोश होता है। वे किसी भी माल को आसानी से बेच सकते हैं। आजकल उन्हें मोबाईल और इन्टरनेट के लिए अलग से कुछ ज़्यादा रक़म की ज़रूरत पड़ती है। बूढ़े लोग उन्हें अपने प्रोडक्ट को उनके फ़ेसबुक ग्रुप पर प्रमोट करने के लिए कहें। इससे देानों को फ़ायदा होगा।


मेंटल हेल्थ सर्वे: यूपी के 20 लाख युवा डिप्रेशन के शिकार,ये है वजह

यह लेख देश के उन युवकों के लिए बहुत बड़ी दवा साबित हो सकता है जो कि बेरोज़गारी की वजह से हताशा के शिकार हैं।


'बड़े-बड़े सपने लेकर जिंदगी की शुरुआत करने वाले युवा जब हकीकत की बेरहम जमीन पर खुद को असुरक्षित महसूस करता है तो उसके अंदर हताशा घर करने लगती है। हताशा की ऐसी ही कई स्वनिर्मित वजहों के चलते प्रदेश में बड़ी संख्या में युवा हताशा की प्रवृत्ति का शिकार हो रहे हैं। यह हताशा उन्हें नशे की लत में धकेलने से लेकर जिंदगी से मोहभंग तक खींच ले जा रही है। उत्तर प्रदेश स्टेट मेंटल हेल्थ सर्वे रिपोर्ट में ऐसा ही एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। सैंपल सर्वे के आधार पर तैयार रिपोर्ट में बताया गया है कि प्रदेश के 20 लाख से ज्यादा कामकाजी युवाओं में जिंदगी जीने का हौसला घट गया है। यह संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। 
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में आयोजित तीन दिवसीय भारतीय साइकियाट्रिक सोसाइटी सेंट्रल जोन के वार्षिक अधिवेशन में इस रिपोर्ट पर चर्चा की गई। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि प्रदेश के 1.95 करोड़ लोग किसी न किसी तरह की मानसिक बीमारी का शिकार हैं। इस संख्या में भी लगातार इजाफा हो रहा है।

यहां बताया गया कि सर्वे रिपोर्ट उत्तर प्रदेश मेंटल हेल्थ अथॉरिटी को सौंप दी गई है। यह रिपोर्ट प्रदेश के कुछ जिलों में सैम्पल सर्वे के आधार पर तैयार की गई है। संगठन के सेंट्रल जोन के नवनियुक्त चेयरमैन डॉ. रवि कुमार के मुताबिक रिपोर्ट भयावह स्थित दर्शाती है। ओपीडी में आने वाले लगभग 95 फीसदी मरीज डिप्रेशन के किसी न किसी स्टेज में हैं। यह समस्या शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में बढ़ रही है, लेकिन शहरी क्षेत्रों में कुछ अधिक है। युवाओं में बढ़ती बेरोजगारी, किसी न किसी तरह के नशे की प्रवृति के चलते डिप्रेशन के साथ ही मूड डिसआर्डर जैसी गम्भीर बीमारियां बढ़ा रही हैं। '
(हिंदी दैनिक हिन्दुस्तान 6 अक्तूबर, 2017)
युवाओं को जानना चाहिए कि उनके सपने साकार हो सकते हैं। उन्हें अपने आस पास मौजूद व्यापार के मौक़ों को पहचानना और उनसे काम लेना सीखना होगा। भारत में व्यापार के अपार मौक़े हैं। जब आप ख़ुद का व्यापार करते हैं तो आप दूसरों को रोज़गार देने वाले बनते हैं। देने वाला हाथ माँगने वाले के हाथ से बेहतर होता है।

घर की औरतें भी बना सकती हैं सेब का सिरका
मान लीजिए आप तब्लीग़ी जमात के चिल्ले में या किसी दीगर जमात के काम से दावती सफ़र पर जाने वाले हैं तो आप जाने से पहले सेब का सिरका डाल जाएं और घर की औरतों व लड़कियों को बता दें कि उन्हें उसकी केयर कैसे करनी है। जब आप महीने भर बाद लौटेंगे तो आपको सेब का सिरका तैयार मिलेगा। बस आपको उसे पैक करके बेचना होगा। इस तरह बैक्टीरिया की शक्ल में क़ुदरती मज़्दूर आपके लिए आपके पीछे आपके घर पर काम करते रहेंगे। जब आप लौटेंगे तो आपको अपने बीवी बच्चों की किफ़ालत के लिए सिरके की शक्ल में तिजारत का सामान तैयार मिलेगा। भैंस बकरी पालने वालों से ज़्यादा मुनाफ़ा आप इन बैक्टीरिया के ज़रिये कमा सकते हैं।

आप पाँच सात मटकों में अलग अलग फलों का सिरका भी डाल सकते हैं। सुन्नत के पाबन्द हज़रात आपके असली सिरके को खाकर सुन्नत पर अमल करना ज़रूर चाहेंगे।

Hadith on Vinegar: The Prophet liked to eat food with vinegar

Aisha reported: The Prophet, peace and blessings be upon him, said, “The best of condiments is vinegar.”
Source: Sahih Muslim 2051
Grade: Sahih (authentic) according to Imam Muslim
عَنْ عَائِشَةَ أَنَّ النَّبِيَّ صَلَّى اللَّهُ عَلَيْهِ وَسَلَّمَ قَالَ نِعْمَ الْأُدُمُ أَوْ الْإِدَامُ الْخَلُّ
2051 صحيح مسلم كتاب الأشربة باب فضيلة الخل والتأدم به
दाई के आर्थिक विकास को भी तवज्जो देना ज़रूरी है
अल्लाह के नबी मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम दाईयों की और आम नागरिकों की वेलनसे, उनकी सेहत, उनके निकाह और उनके रोज़गार को बहुत अहमियत देते थे क्योंकि दीन का मक़सद लोगों की फ़लाह यानि वेलनेस है, दोनों जहानों में। वेलनेस के लिए आर्थिक रूप से मज़्बूत और आत्म निर्भर होना बहुत ज़रूरी है। आपको यह लेख पसन्द आया हो या कोई सलाह देनी हो या कोई सवाल करना हो तो कमेन्ट बाॅक्स में कमेन्ट कीजिए। हर धर्म मत के लोग इस लेख से फ़ायदा उठा सकते हैं। इस लेख को दूसरों तक पहुंचाएं। इसे फ़ेसबुक और व्हाट्सएप पर शेयर करें.

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