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Sunday, January 20, 2019

कैसे करें Dawah Work in Cyber World? Dr. Anwer Jamal

*Dawah Work in Cyber World*
💖
इस काम में जनाब उमर कैरानवी साहिब एक उम्दा नज़ीर हैं।
जो लोग इंटरनेट पर दावती काम करते हैं, उन्हें उमर साहिब से बहुत कुछ सीखने को मिलेगा,
जैसा कि हमें उनसे सीखने को मिला है।
देखिए इस सब्जेक्ट पर fb पर हमारी ताज़ा पोस्ट:
⭐😊⭐
'कॉमेंट ऐसा करें, जो पढ़ने वालों को सोचने पर मजबूर कर दे।'
हिन्दी ब्लागिंग के महानतम गुरूओं में से एक मोहतरम जनाब Muhammad-Umar Kairanvi sb ने हिन्दी ब्लागिंग को यह अनोखा विचार दिया है। मुझे इस विचार से 'कल्याणकारी शिक्षा' के प्रचार में बहुत मदद मिली।
मैं Editor Ayaz Ahmad भाई का शुक्रिया अदा करता हूं कि उन्होंने हमें हिन्दी में इस्लामी ब्लागिंग के जनक (Father) से मिलवाया।
दरहक़ीक़त आपका कॉमेंट भी एक विचार है और आप उसे किसी पोस्ट पर ऐसे सजा सकते हैं कि कुछ लोग उसका समर्थन करें और कुछ लोग उसके विरोध में खड़े हो जाएं।
कुछ को वह मोहक लगे और कुछ को वह बुरा लगे। पक्ष में या चाहे विपक्ष में, लेकिन जब हरेक आपके विचार पर रेस्पान्स देता है तब आपका कॉमेंट देने का मक़सद पूरा हो जाता है। जो लोग आपके कमेंट पर उत्तेजित होते हैं, आप उनमें से एक दो लोगों को कमेंट में मेंशन कर सकते हैं। ऐसे लोगों की पोस्ट पर कमेंट कर सकते हैं।
वे आपके कॉमेंट पर उत्तेजित होकर आपको ग़लत शब्द कह सकते हैं लेकिन उनकी प्रतिक्रिया पर आपकी प्रतिक्रिया हमेशा सधी हुई और सकारात्मक होनी चाहिए। उनका अपने मन पर क़ाबू नहीं है। आपका अपने मन पर काबू होना ज़रूरी है।
जब आप ऐसा कर लेते हैं, तब आप तय करते हैं कि दूसरे क्या सोचेंगे?
अपने कॉमेंट के ज़रिए आप दूसरों को अपनी पसंद के सब्जेक्ट पर सोचने के लिए आमादा कर सकते.
#islahefacebook
आप लोगों को शान्ति और कल्याण के विषय पर सोचने के लिए बाध्य कर सकते हैं।
जो आपसे सहमत है, वह आपका विचार ग्रहण कर चुका है और जो आपसे लड़ रहा है, वह भी आप जैसा ही बन जाएगा क्योंकि
यह एक मनोवैज्ञानिक प्रक्रिया है कि इंसान जिससे लड़ता है, उसी जैसा बन जाता है।
मुझे अच्छा लगता है, जब कुछ मेहरबान विद्वान मुझसे सहमत होते हैं और मुझे तब भी अच्छा लगता है जब कुछ भाई मुझसे लड़ते हैं।
आज यह रहस्य जनहित में इसलिए जारी किया है ताकि हमारे दोस्त जनाब कैरानवी साहिब के Blogs से और उनके कमेंट्स से फ़ायदा उठाएं और जो लोग आज असहमत हैं, उनकी ध्यान ऊर्जा का सकारात्मक इस्तेमाल करना सीखें।
अपने विरोधियों से भी शान्ति के मिशन में काम लें।
यह लिंक आपको उमर साहिब के ब्लाग की राह दिखाएगा।

1 comment:

  1. shukriya, ek baar mujhe net jagat ka krishn keh chuke.....Feeling good always
    Ye pehla nahin Doosra raaz ... Jidhar bhej rahe hen udhar aapki pasand ke darwaze se daakhiL hon to kalyaan ho sakta he..

    अल्‍लाह का चैलेंज है कि कुरआन में कोई रद्दोबदल नहीं कर सकता

    https://islaminhindi.blogspot.com/2009/02/3-7.html

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